1. भगवान शिव को दूध, चंदन तथा चीनी मिश्रित जल चढ़ाएं तो सभी बाधाएं दूर होंगी।
2. शिवलिंग का बीलपत्र तथा पुष्पों से श्रृंगार कर विधिवत आरती करें।
3. भगवान विष्णु तथा लक्ष्मीजी को खीर का भोग लगाएं तथा गरीब बच्चों को भोजन व वस्त्र दान करें।
4. तुलसी को लाल चुनरी ओढ़ाएं। इससे भी बुरे ग्रहों का असर समाप्त होता है।
5. ग्रहण के समय शिवलिंग के सामने बैठकर “ऊँ नमः शिवाय” का जप करें। जब तक ग्रहण समाप्त न हों, जप चालू रखें। उसी दिन से भोलेनाथ की कृपा हो जाएगी और दिन-दूनी रात-चौगुनी तरक्की करने लगेंगे।
6. ग्रहण का समय तंत्र-मंत्र संबंधी कार्यों के लिए अत्यन्त शुभ माना जाता है। आप भी इसी तरह के अनुष्ठान कर सकते हैं
1. चंद्र ग्रहण के समय कुछ भी खाना या पीना नहीं चाहिए।
2. इस दौरान गर्भवती स्त्रियों को बाहर नहीं निकलना चाहिए।
3. चंद्र ग्रहण के समय मंत्र जप करें। भगवान का कीर्तन तथा पूजन करें।
4. स्वयं को तंत्र प्रयोगों से बचाने के लिए इस दिन महामृत्युंजय तथा गायत्री के पाठ करें।