सोमवार को भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है। यूं तो हर दिन ही भगवान शिव की अराधना और पूजा-अर्चना की जा सकती है लेकिन सोमवार के दिन उनकी अराधना करने से उनका आशीर्वाद तो मिलता ही है साथ ही भगवान शिव प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाओं को पूरी कर देते है। अगर भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहते हो तो सोमवार को चंदन और पुष्प अर्पित करें।
भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता माने जाते है। शिव भगवान को काल का भी काल अर्थात महाकाल कहा जाता है वे, कण-कण में समाए हुए हैं। भगवान शिव सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करते है। अपने संकटों से निजात पाने लिए बस आस्था और विश्वास की जरूरत होती है। भगवान भोलेनाथ को आंकड़े के पुष्प, बिल्वपत्र, चंदन, धतुरा इत्यादि प्रिय है, इसलिए भक्तों को इन्हीं सामग्रियों से पूजा करना चाहिए। यदि ये सामग्री उपलब्ध नहीं हो सकती है तो सिर्फ चंदन और पीले पुष्प से भी भगवान शिव की पूजा की जा सकती है। पूजा के साथ यदि शिव महिम्नास्त्रोत या शिव चालीसा का भी पाठ किया जा सकता है। ये पाठ नहीं हो सके तो “ऊं नम: शिवाय” का जाप करना भी विशेष फलदायी होता है।