तंत्र शास्त्र में कुछ ऐसे मंत्र बताए गए हैं जिनका प्रयोग बहुत ही असाधारण परिस्थितियों में किया जाता है। लेकिन जब भी इनका प्रयोग किया जाता है, ये तुरंत ही असर दिखाते हैं और सामने वाले पर रामबाण जैसा असर करते हैं। ऐसा ही एक मंत्र कालभैरव मंत्र है जिसे एक बार भी बोला जाए तो बड़ी से बड़ी आफत भी तुरंत दूर हो जाती है।
इस मंत्र का प्रयोग रविवार को किया जाता है। इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए स्नान आदि से निवृत लाल रंग के आसन पर बैठें तथा लाल हकीक या रूद्राक्ष की माला से जप करें। सामने मां भगवती या कामाख्या का चित्र रख लें। साथ ही चमेली के तेल का दीपक जला लें तथा देवी को लाल कनेर का फूल चढ़ाएं। साधना से पूर्व अपने ईष्टदेव तथा गुरुदेव की पूजा करें व उनका आशीर्वाद प्राप्त कर लें। अब मंत्र कालभैरव मंत्र “ॐ ह्रीं कालभैरवाय ह्रीं ॐ” का 21 बार जप करें। इसके बाद निम्न कामाख्य मंत्र का 108 बार जप करें। इस तरह 11 दिन तक जप करें।
प्रयोग के बीच में अगर डर लगे या कुछ अजीब सा हो तो डरें नहीं। साधना के बाद इस मंत्र के जप से आपके सभी काम बन जाएंगे।