एक चांदी की कटोरी में थोड़ा-सा सूखा धनिया रख कर उसमें चांदी के लक्ष्मी-गणेश जी की प्रतिमा रखें। इस कटोरी को अपनी दुकान या व्यवसाय स्थल से पूर्व दिशा में रख दें। इसके बाद बाद प्रतिदिन पांच सुगंधित अगरबत्ती जलाकर इनकी पूजा करें। देखते ही देखते आपका काम-धंधा दिन दूना रात चौगुना चल निकलेगा। और घर लक्ष्मी के भंडारों से भर जाएगा।
अगर कारोबार ठप पड़ गया हो तो संध्या के समय स्नान आदि कर स्वच्छ धुले हुए वस्त्र पहनें। अब एक मंजे हुए बर्तन में थोड़ा सा गाय का कच्चा दूध लें और उसमें कुछ बूंदे शुद्ध शहद की मिलाकर उसके छीटें अपने व्यवसाय स्थल या दुकान के चारों ओर छिड़क दें। व्यापार में हो रहा घाटा तुरंत ही बंद हो जाएगा और व्यापार में फायदा होने लगेगा।
एक पानी वाले नारियल को किसी चमकीले (रेशमी) लाल वस्त्र में लपेटकर व्यवसाय स्थल में पूजा के स्थान पर रख दें। इससे व्यापार में लाभ होने लगता है और अन्य समस्याएं भी दूर हो जाती हैं।
प्रतिदिन सुबह स्नान के बाद मां लक्ष्मी को लाल पुष्प अर्पित कर दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं। इससे व्यवसाय में तरक्की होने लगेगी और धनी बनते देर नहीं लगेगा।
अगर व्यवसाय में लाभ नहीं हो रहा है तो शुक्रवार के दिन से प्रतिदिन सायंकाल को गोधूलि बेला (सूर्यास्त) के समय लक्ष्मीजी की प्रतिमा अथवा तुलसी के पौधे के निकट गाय के घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से जल्दी ही सभी आर्थिक कष्ट नष्ट हो जाते हैं।